दूसरे पोस्ट में मानसिक जाप के बारे में, आपने जाना कि मंत्र का विज्ञान क्या है ? मानसिक जाप का क्या महत्व है? साधको से प्राप्त फीडबैक के आधार पर इस बार हम बात करेंगे कि मानसिक जाप करते समय किन बातों का ध्यान रखे तथा जाप करने को याद रखने के क्या तरीके हो सकते हैं ?
ध्यान रखने योग्य बातें
निरंतर मानसिक जाप :
आपने गुरुदेव को स्पीच आपने कई बार सुना होगा कि दिव्य मन्त्र को राउंड दि क्लोक जपना है | इसका क्या मतलब है ? 24 घंटे जाप करना कैसे संभव है ? यदि आप 24 घंटे जपोगे तो सोवोगे कब? या सोते समय कैसे जपोगे? इसका उत्तर है कि आप जब जाग रहे हैं तब अपनी दिनचर्या को करते हुए जैसे खाते हुए, ड्राइविंग करते हुए, नहाते हुए, चलते हुए, कसरत करते हुए, काम पर जाते समय, या आराम करते हुए आदि जितना ज्यादा संभव हो सके उतना अधिकतम जाप करें | यदि आप जागते हुए समय में गंभीरता से एवं निरंतर जाप करेंगे तो कुछ ही दिनों ये हफ्ते बाद मंत्र अपने आप जपा जाने लगता है यानि अजपा जाप होने लगता है | गुरु सियाग का कहना है कि जो मंत्र उन्होंने आपको दिया है वो मन से जपा जाये तो अप पाएंगे कि 15 – 20 दिनों बाद मन्त्र जाप अपने आप चलने लगता है | यहाँ तक कि रात में अचानक आँख खुलने पर आप पाएंगे कि आपके अंदर मंत्र चल रहा है | आपको एसा लगेगा कि आपको मंत्र जाप नहीं करना पड़ रहा है एवं वो जिम्मेदारी अंदर स्थित किसी अन्य ने लेली है |
काम करते हुए मन्त्र कैसे जपें : अधिकतर साधकों की समस्या होती है कि जब काम पर होते हैं तब मन्त्र कैसे जपें ? कंप्यूटर पर काम करते समय, प्रोजेक्ट लिखते समय, एकाउंट्स का काम करते समय, लोगों से बात करते समय, बच्चों को पढ़ाते समय आदि मंत्र जाप करना कैसे याद रखा जाये ? चूँकि 8 घंटे जॉब पर, 8 घंटे सोने में निकल जाते हैं तो बाकी बचे 8 घंटे में किस प्रकार मानसिक जाप प्रभावी रूप से किया जाये ? तो बाकी बचे 8 घंटे जब ना तो सो रहे हैं और ना ही जॉब पर हैं तब बिना भूले मन्त्र जाप को सघन रूप से गम्भीरता से करना चाहिए | तो इस प्रकार जब मंत्र जाप जागते हुए फ्री घंटों में किया जाता है तो मंत्र जाप अपने आप होने लगता है | गुरु सियाग कहते हैं कि इस प्रकार मंत्र, अजपा बन जाता है | साधक जब इस प्रकार गम्भीर प्रयास करता है तो मानसिक जाप बिना प्रयास के अपने आप, यहाँ तक कि काम करते समय भी चलता रहता है | दिन में काम के दौरान 5 – 7 बार चेक कर लिया जाये कि मंत्र जपा जा रहा है या नहीं, तो पाएंगे कि मंत्र अंदर से अपने आप जपा रहा है |
जीभ या होठों का मूवमेंट :
मन्त्र मन ही मन में बिना होठ या जीभ हिलाए जपा जाना चाहिए | जब आप किताब या न्यूज पेपर पढ़ते हैं तब केवल शब्दों पर आँखे घूमती हैं लेकिन होठ तथा जीभ शांत होती है | मंत्र भी उसी प्रकार जपना है | मन्त्र को मध्यम गति से जपें, ना ज्यादा फ़ास्ट और ना ही बहुत धीरे | ज्यादा धीरे करने पर मन भटकेगा एवं ज्यादा तेज गति से करने पर मंत्र के शब्दों का उच्चारण सही नहीं होगा |
गुरुदेव की आवाज़ में मंत्र :
गुरु सियाग द्वारा कही गयी गई स्पीच में कई साधक कन्फ्यूज हो गए | गुरु सियाग ने कहा कि – “मेरी आवाज साथ रखो” कई साधकों ने इसका अर्थ निकाला कि मंत्र जाप गुरु सियाग की आवाज़ में ही किया जाना है, यानि मंत्र जाप के समय गुरुदेव की आवाज को मानसिक रूप से याद करना है | ये सही नहीं है , क्यों कि एसा करके एक बहुत ही साधारण अध्यात्मिक प्रैक्टिस, बिना बात के ही कठिन बन जाती है | गुरु सियाग का सीधा सा कहना है कि जब नए व्यक्ति को मंत्र दिया जाये वो सबसे पहले गुरु सियाग की आवाज़ में ही सुना जाना चाहिए | यानि आपको किसी को भी मंत्र जोर से बोलकर नहीं बताना है, गुरु सियाग की विडियो या ऑडियो क्लिप चलाकर मन्त्र सुनाना है |
आरम्भ में मानसिक जाप याद रखने के तरीके:
1. यदि आध्यात्मिकता या ईश्वरीय अनुकम्पा से ठीक होने की प्रबल इच्छा है तो गुरु सियाग का मंत्र का अधिकतम जाप करना है | आपको समय मिलते ही मंत्र जाप को दुसरे दुनियादारी के कामों की तुलना में प्रमुखता देनी होगी | जैसे कि बहुत से लोग खाली समय में टीवी देखेंगे, विडियो गेम खेलेंगे, सोशियल मीडिया पर टाइम पास चेट करते रहेंगे, और उस समय मन्त्र जाप याद भी नहीं आएगा | फिर कहेंगे मन्त्र जाप का समय नहीं मिलता | शुरू के कुछ दिनों के लिए अनुपयोगी दैनिक क्रियाओं को प्रमुखता देने के बजाय ज्यादा उचित होगा कि होशपूर्वक मंत्र जाप किया जाय |
2. फ़ोन पर या घड़ी में कुछ समयांतराल के अलार्म लगा दे ताकि मन्त्र जाप बार बार याद आये |
3. दो या दो से अधिक लोग मन्त्र जाप कर रहे हो तो सब एक दुसरे को मंत्र के लिए याद लगते रहें |
4. कोई एक चीज या शरीर पर कुछ पहना हुआ गहना आदि को “व्यक्तिगत रिमाइंडर” के रूप में सेट कर लिया जाय ताकि उस आइटम को देखते है मंत्र जाप करना याद आ जाय | एसा कोई भी स्थान या ऑब्जेक्ट देखते ही आपका मन्त्र जाप शुरू हो जायेगा |
5. गुरु सियाग का कहना है कि आप इस प्रकार का कोई भी उपाय मन्त्र जाप याद रखने के लिए अपना सकते हैं |