किसी दुसरे के लिए ध्यान:
प्रश्न: क्या किसी दुसरे के लिए ध्यान किया जा सकता है?
उतर: कुछ विशेष परिस्थितियों में एसा किया जा सकता है, जबकि सम्बन्धित व्यक्ति कुछ विशेष कारणों से ध्यान नहीं कर सकता |
1. एक बहुत ही छोटे बच्चे के लिए उसके माँ – बाप ध्यान कर सकते हैं, 5 वर्ष से बड़े बच्चे प्राय थोड़ी थोड़ी देर के लिए ध्यान के लिए बैठ सकते हैं | उससे छोटे बच्चों के लिए आप उनके लिए ध्यान कर सकते हैं |
2. मानसिक अपंग या मानसिक रोगी भी स्वयम ध्यान नहीं कर सकते | एसी स्थिति में उस व्यक्ति का परवारिक निकटतम या उस व्यक्ति की दशा से आन्तरिक रूप से व्यथित व्यक्ति उस रोगी व्यक्ति के साथ बैठकर या उसके लिए ध्यान कर सकता है|
3. ऐसे व्यक्ति के लिए भी ध्यान किया जा सकता है जो कम मानसिक योग्यता का हो या कोमा में हो या दवाइयों के असर से सोच पाने की स्थिति में न हो |
प्रश्न: इसके अलावा दुसरे के लिए और कौन ध्यान कर सकता है?
उत्तर: ऐसे व्यक्ति के लिए भी गुरुदेव से प्रार्थना की जा सकती है जो आपके अत्यधिक करीब हो, जिसको आप ह्रदय की गहराइयों से प्यार करते हों | ऐसे व्यक्ति आपके माता – पिता, भाई – बहिन, पति /पत्नी, रिश्तेदार, मित्र आदि कोई भी हो सकते हैं जिनसे आपका मजबूत आन्तरिक बंधन हो |
प्रश्न: इस प्रकार दूसरों के लिए ध्यान करने के लिए क्या विधि हो ?
उत्तर: ध्यान करने से पहले उस व्यक्ति की परेशानी कम करने के लिए गुरुदेव से प्रार्थना करें | फिर उसी प्रकार ध्यान करें जैस नियमित ध्यान करते हैं | यदि उस व्यक्ति की समस्या अत्यधिक गंभीर है तो ध्यान के दौरान एवं दिन के अन्य समय में भी उस व्यक्ति के लिए प्रार्थना करते रहें | निश्चित फायदा होगा |